शुक्राणु हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरुरी होते है। लेकिन जब वीर्य में पाए जाने वाले शुक्राणु की मात्रा कम हो जाए, तो उसे शुक्राणु की कमी Low Sperm Count कहते है। शुक्राणुओं में कमी को मेडिकल भाषा में “ओलिगोस्पर्मिया” कहते है।
वीर्य में शुक्राणु पूरी तरह खत्म होना “एजुस्पर्मिया” (निल शुक्राणु) कहलाता है। शुक्राणु की कमी होने की वजह के पुरुषों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या में कमी होने के कारण पुरुष अपनी महिला साथी को गर्भधारण करवाने में असक्षम होता है। यदि किसी पुरुष के 1 मिलीलीटर वीर्य में डेढ़ करोड़ से कम शुक्राणु है, तो उसके शुक्राणुओं की संख्या कम है। शुक्राणु के तीन प्रकार के होते है। पहला सक्रिय यानि चुस्त शुक्राणु, यह शुक्राणु बच्चे पैदा करने में पूरी तरह सक्षम होते है।
दूसरा सुस्त शुक्राणु कभी कभी काम आते है। तीसरा होता है मरे हुए यानि डेड शुक्राणु ये शुक्राणु किसी काम नहीं आते। वैसे शुक्राणुओं की कमी होने के बहुत कारण होते है, लेकिन सबसे बड़ा कारण हस्तमैथुन यानी Masturbation है।
क्योकिं हस्थमैथुन के कारण शुक्राणुओं का काफी क्षय हो जाता है। दुसरी वजह हमारा खान-पान है । जिसके कारण हमारे पूरे शरीर में असर पड़ता है। इसके अलावा ज्यादा नशा करने वाले लोगों में भी शुक्राणुओं की कमी पायी जाती है।
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