स्त्री हो या पुरूष उम्र बढ़ने के साथ साथ दोनों के शरीर में काफी बदलाव आते है। पुरुषों की अगर बात करे तो 16 साल की उम्र के बाद उनका वीर्य बनना शुरू होता है। इस दौरान कुछ पुरुषों को धात रोग की समस्या का सामना करना पड़ता है। धात रोग Dhat Rog की समस्या ज्यादातर नौजवानों में होती है। धात गिरने को ही धातु रोग Dhatu Rog कहा जाता है। यह पुरूषों का एक यौन रोग है। धात रोग में पुरुषों का अनैच्छिक रुप से वीर्यपात Ejaculation होता है। इसमें पेशाब या मल त्यागने के दौरान अपने आप वीर्य निकलता है । इस दौरान पेशाब के साथ मिलकर ही वीर्य निकलता है और पेशाब करने के बाद भी वीर्य निकलता है। पुरुषों के शरीर के लिये वीर्य एक महत्वपूर्ण तत्व होता है इसलिये वीर्य का अधिक मात्रा में निकलना शरीर के लिये नुकसानदायक है। अक्सर ऐसा देखा गया है की रोगी अपनी इस समस्या के बारे में किसी को बता भी नहीं पाता है। क्योकि ज्यादातर कम उम्र के लड़को को ही धात ही समस्या होती है। लेकिन ऐसा करने से उनकी समस्या और बढ़ जाती है। इसलिये अगर आपको भी धात रोग है तो इससे छुपायें नही बल्कि किसी अच्छे सेक्सोलोजिस्ट Best Sexologist in Haryana से इसका इलाज करवायें। अगर आप धात रोग का बेस्ट आयुर्वेदिक इलाज करवाना चाहते है तो आज ही यौवन क्लिनिक Yovan Clinic in Haryana से संपर्क करे।